मेवाड़ समाचार
मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में शुक्रवार सुबह इलाज के लिए लाई गई एक बालिका की मौत हो गई। इस घटना को लेकर परिजन मेनगेट पर हंगामा कर रहे हैं। मृतका के भाई का आरोप है कि पीआईसीयू स्टॉफ ने बच्ची को इंजेक्शन देकर मार दिया। इससे पहले परिजनों से भी अभद्रता की। परिजन अब कार्रवाई के साथ ही न्याय की मांग कर रहे हैं।
दरीबा निवासी नारायण पुत्र लादूलाल कुमावत ने बताया कि उसकी 12 साल की बहन लाली को सुबह आठ बजे मातृ एवं शिशु चिकित्सालय लाया गया। जहां डॉक्टर्स ने लाली को जनरल वार्ड में भर्ती कर लिया। जहां से बालिका को बाद में पीआईसीयू में रैफर कर दिया। जहां उसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने बच्ची को स्टॉफ द्वारा इंजेक्शन देकर मारने का आरोप लगाते हुये मुख्यद्वार पर स्ट्रेचर पर शव रखकर हंगामा किया और कार्रवाई की मांग की। फिल्हाल हंगामा जारी है। समाचार लिखे जाने तक अस्पताल प्रबंधन से कोई भी डॉक्टर्स मौके पर नहीं पहुंचे।
जनरल वार्ड में नही की सुनवाई
नारायण का आरोप है कि डॉक्टर ने चेक करने के बाद लाली को जनरल वार्ड में भिजवा दिया। जहां पहले तो वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। बाद में सुगर चेक करने के नाम पर बच्ची का सीरिंज भरकर खून निकाला। खून को बाद में डस्टबीन में डाल दिया।
चिकित्सा कर्मियों ने की अभद्रता, कहा- रोड पर इलाज करवा लेना
नारायण के अनुसार, जनरल वार्ड में जब लाली के शरीर से सीरिंज भरकर खून निकाला और बाद में उसे डस्टबीन में फैंक दिया गया तो वहां मौजूद बच्ची के पिता लादूलाल ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि सुगर चेक करने के लिए इतने खून की आवश्यकता नहीं होती, फिर खून बर्बाद क्यूं किया जा रहा है। इस पर वार्ड में मौजूद स्टॉफ ने उनसे अभद्रता की ओर कहा कि बच्ची को ले जाओ रोड पर इलाज करा लेना।
पीआईसीयू में किया रैफर
जनरल वार्ड में जब लाली की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उसे पीआईसीयू में रैफर कर दिया गया। नारायण ने यह जानकारी देते हुये बताया कि वहां भी लाली के शरीर से इंजेक्शन भरकर खून निकाला और बाद में डस्टबीन में डाल दिया। इसका विरोध करने पर यहां के स्टॉफ ने भी पिता लादूलाल से अभद्रता की।
इंजेक्शन देकर मारा लाली को
भाई नारायण ने कहा कि पीआईसीयू में मौजूद स्टॉफ में शामिल महिलाकर्मी ने कहा कि इस बच्ची को जिंदा रखकर क्या करोगे। एक इंजेक्शन देंगे तो यह 5 मिनिट में चली जायेगी। इसके बाद लाली को इंजेक्शन दिया और ड्रिप लगाई। इसके करीब तीन मिनिट बाद ही लाली ने दम तोड़ दिया। नारायण का आरोप है कि उसकी बहन को इंजेक्शन देकर मारा गया।
नारायण का कहना है कि उसकी बहन को दो-तीन दिन से जुकाम था। गला भारी हो रहा था। हल्की खांसी थी। छाती में कफ होने की आशंका के चलते उसे आज इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले लाली, चल फिर व खा-पी रही थी। इसके बावजूद उसकी मौत कैसे हुई। उसे जानबुझकर इंजेक्शन देकर मारा गया।

Author: mewadsamachar
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