मेवाड़ समाचार
गूगल मैप के भरोसे भीलवाड़ा से लौट रहे राजसमंद जिले के गाडरी परिवार के लिए कल रात का सफर मौत का सबब बन गया। बनास नदी की वह पुलिया, जो पिछले 3 साल से ट्रैफिक के लिए बंद थी, उस पर वैन चढ़ गई और तेज बहाव में फंसकर नदी में गिर गई। हादसा देर रात करीब 1 बजे राशमी थाना क्षेत्र के सोमी-उपरेड़ा पुलिया पर हुआ।
ड्राइवर ने जोखिम उठाते हुए वैन निकालने की कोशिश की, लेकिन वाहन बीच में फंस गया और कुछ ही मिनटों बाद तेज बहाव उसे पुलिया से नीचे ले गया।
5 लोग वैन पर चढ़कर बचे, नाव से किया रेस्क्यू
हादसे के दौरान 5 लोग वैन की छत पर चढ़कर किसी तरह अपनी जान बचा पाए। ग्रामीणों और मछुआरों ने नाव से इन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। बचाए गए लोगों में मदनलाल (25), हितेश (16), लीला (18), काव्यांश (9 माह) और आयांश (9 माह) शामिल हैं।
3 शव मिले, 1 बच्ची की तलाश जारी
थाना अधिकारी देवेंद्र देवल ने बताया कि हादसे में चंदा (21) पत्नी हेमराज, ममता (25) पत्नी मदन और 4 साल की बच्ची खुशी पुत्री मदन की मौत हो चुकी है। बुधवार सुबह शवों को नदी से निकाला गया। जबकि 6 साल की रूत्वी पुत्री हेमराज की तलाश एनडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम कर रही है।
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पुलिया लंबे समय से बंद है और यहां कई बार हादसे हो चुके हैं। बावजूद इसके चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि अगर सही जानकारी और बैरिकेडिंग होती तो यह बड़ा हादसा टल सकता था।
अब यह घटना पूरे राजसमंद और चित्तौड़गढ़ जिलों में चर्चा का विषय बन गई है। परिवार की मातमपुर्सी के साथ ही लोग प्रशासन से सवाल कर रहे हैं कि बंद पुलिया पर सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं थे।
वैन में सवार 9 लोगों में से 5 को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन 2 महिलाओं और 1 मासूम बच्ची की मौत हो गई। वहीं, एक 6 साल की बच्ची अब भी लापता है।।

Author: mewadsamachar
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