मेवाड़ समाचार
मुलतं रोपां हाल निवासी बूंदी जिले के एक युवक ने गुरुवार को रोपां में आयोजित शिविर के दौरान जहर खा लिया। युवक को पंडेर व शाहपुरा के बाद जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक ने खुदकुशी से पहले चार पेज का एक सुसाइड नोट भी सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसमें उसने कथिततौर पर जमीन विवाद होने और अपने चार लोगों को यह कदम उठाने पर मजबूर करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इतना ही नहीं युवक ने इस मामले में तत्कालीन तहसीलदाद, पारोली थाना प्रभारी, पटवारी व जांच अधिकारी की भूमिका भी बताई है।
मिली जानकारी के अनुसार, बूंदी जिले के बरुंधन निवासी नित्यानंद सनाढ्य पुत्र स्व. मदनलाल सनाढ्य, गुरुवार की सुबह अपने एक मित्र भीमराज मीणा के साथ गांव से रोपां आया था। यहां राजकीय विद्यालय में आयोजित शिविर में वह अधिकारी से मिला। बताया जा रहा है कि उसने अधिकारी को कोई कागजात भी दिये। नित्यानंद ने स्कूल या आस-पास किसी जहरीली वस्तु का सेवन कर लिया। उसे उल्टी होने लगी। वह रोने लगा। शिविर में मौजूद ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। बाद में नित्यानंद के साथी भीमराज को बुलाकर उसने चॉबी व फोन दिया और कहा कि तुम गांव चले जाओ।
उधर, नित्यानंद को एक अधिकारी की गाड़ी से पंडेर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे रैफर कर दिया गया। इसके बाद पंडेर से उसे शाहपुरा व बाद में जिलाअस्पताल भिजवा दिया, जहां डॉक्टर्स ने नित्यानंद को मृत घोषित कर दिया। शव मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है। परिजनों के आने पर शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार सुबह होगा।
एएसपी शाहपुरा राजेश आर्य ने बताया कि रोपां में घटना होने की जानकारी मिली है। युवक बूंदी में रहता है और रोपां में उसका पैतृक गांव है, जमीन पर अतिक्रमण या कब्जे का विवाद की बात सामने आई है। युवक ने सुसाइड नोट लिखकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। परिजनों के आने के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी
चार पेज का सुसाइड नोट लिखकर किया वायरल
बताया गया है कि नित्यानंद ने सुसाइड से पहले चार पेज का एक सुसाइड नोट लिखकर सोशल मीडिया पर अपने परिचितों व रिश्तेदार आदि को वायरल कर दिया।
नित्यानंद के लिखे सुसाइड नोट के अनुसार, उसने 5 मार्च 2025 को अंतरजातिय विवाह किया था। इसी के चलते उसे रिश्तेदारों ने रोपां क्षेत्र स्थित जमीन से बेदखल कर दिया गया। उसका आरोप है कि रिश्तेदारों ने जमीन पर अतिक्रमण कर लिया। इसे लेकर उसने परिवाद भी दिया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
चार रिस्तेदारो को बताया जिम्मेदार
सुसाइड नोट में नित्यानंद ने लिखा कि उसके अंतरजातिय विवाह करने से के कारण उसे अपनी जमीन जायदाद से बेदखल कर जमीन पर अतिक्रमण कर लिया। इसे लेकर दिये परिवाद में भी उसने जीवन लीला समाप्त करने की बात लिखी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसने सुसाइड नोट में एक महिला सहित चार लोगों के नाम लिखे हैं। नित्यानंद ने लिखा कि इन लोगों ने उसे परेशान कर यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया है।
इन अधिकारियों को भी बताया जिम्मेदार
नित्यानंद ने लिखा कि तत्कालिन तहसीलदार पटवारी, एसएचओ पारोली, जांच अधिकारी की भूमिका भी बराबर की है। इन्होंने राजनीतिक दबाव में आकर आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया।

Author: mewadsamachar
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